ये हैं दुनिया की 7 सबसे तेज चलने वाली ट्रेनें, जानें किसकी है कितनी रफ्तार।


दोस्तो आपको ये तो पता ही होगा की हमारे देश में भी अभी बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन मैं आपको बता दू दुनिया में सबसे पहला बुलेट ट्रेन जापान में 1964 में ही चला था। यह भी संयोग है कि हम जापान से ही बुलेट ट्रेन चलाने में सहायता ले रहे हैं। मतलब कि अपने यहां वही हाई स्पीड ट्रेन चलेगी जो कि जापान में चलती है। अपने यहां जो बुलेट ट्रेन चलेगी उसकी मैक्सिमम स्पीड 350 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। तो आइए, जानते हैं कि दुनिया के अन्य देशों में चलने वाले कुछ तेज बुलेट ट्रेन के बारे में। साथ में यह भी जानेंगे कि उसकी स्पीड क्या है?

1.शंघाई मैग्लेव (Shanghai Maglev)


जापान ने भले ही सबसे पहले बुलेट ट्रेन चलाया हो, लेकिन इस समय दुनिया की सबसे तेज बुलेट ट्रेन चलाने का श्रेय चीन को जाता है। इसका बुलेट ट्रेन शंघाई मैग्लेव (Shanghai Maglev) के नाम से जाना जाता है। इसकी स्पीड 267 माइल पर hour है यानी की 430km/hr इसके साथ इसके इस स्पीड को कंट्रोल करने के लिए इसकी पटरी पूरी तरह से मैग्नेटिक होती है ताकि इसका बैलेंस बराबर बना रहे। इसकी इस हाई स्पीड से साथ इस ट्रेन एक और खास बात ये है की इसकी टिकट बहुत ही सस्ती है जी हां दोस्तो इसके एक टिकट की कीमत सिर्फ 8$ है और यह एक साथ 574 पैसेंजर को ले जा सकता है और यह शहर के एक छोर से दूसरी छोर की दूरी सिर्फ 10 min में ही तय कर सकती है जहां अगर आप car से जाते है तो वही दूरी तय करने में आपको एक घंटा लग जायेगा।

 इस समय दुनिया में इससे ज्यादा तेज गति से कहीं भी कोई भी बुलेट ट्रेन नहीं चल रही है। मैग्लेव ने अप्रैल 2004 में कामर्शियल ऑपरेशन शुरू किया था। जिसके दौरान इस ट्रेन को बनाया गया था इस ट्रेन का निर्माण सीमेंस और थिसेन क्रुप (Siemens and ThyssenKrupp) के कंसोर्टियम ने किया था।

2.हार्मनी CRH 380A (Harmony CRH 380A)


दुनिया में दूसरी मैक्सिमम स्पीड वाली बुलेट ट्रेन भी चीन में ही चलती है। हार्मनी CRH 380A नाम के इस बुलेट ट्रेन की यूं तो मैक्सिमम स्पीड 380 किलोमीटर प्रति घंटे की है। लेकिन दिसंबर 2010 में परीक्षण के दौरान इसे 486.1 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने का रिकार्ड है। बीजिंग से शंघाई तक चलने वोले इस बुलेट ट्रेन का कामर्शियल ऑपरेशन अक्टूबर 2010 में हुआ था। इस ट्रेन का निर्माण सीएसआर किंगदाओ सिफांग लोकोमोटिव एंड रोलिंग स्टॉक (CSR Qingdao Sifang Locomotive & Rolling Stock) द्वारा किया गया था। इसके हाई स्पीड के लिए चीन के विभिन्न विश्वविद्यालयों ने ही रिसर्च (Research) किया और फिर CRH 380 को बनाया इसकी खास बात ये है की यह ट्रेन बिलकुल वाइब्रेशन फ्री ट्रेन है

3.एजीवी इटालो (AGV-Italo)


एजीवी इटालो (AGV Italo) एजीवी सीरीज की पहली ट्रेन है, जिसने अप्रैल 2012 में अपना ऑपरेशन शुरू किया था। इसकी मैक्सिमम स्पीड 360 किमी प्रति घंटा है। यूरोप के सबसे मॉडर्न ट्रेन (Modern Train) के रूप में जाने जाने वाले इस ट्रेन ने अप्रैल 2007 में 574.8 किलोमीटर प्रति घंटे के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था। इसे एल्सटॉम (Alstom) ने बनाया है। इस समय यह ट्रेन इटली के नापोली-रोमा-फिरेंज़े-बोलोग्ना-मिलानो कॉरिडोर पर चलती है।

2008 में इटली की एनटीवी कंपनी ने एल्स्टोम से 25 एजीवी ट्रेन को 650 मिलियन यूरो में खरीदा था। रोम से नापोली की दूरी 189.07 है जिसे ये ट्रेन एक घंटे में पूरा कर लेती है। ये एक इकोफ्रेंडली ट्रेन है जिसका 98 प्रतिशत हिस्सा रिसाइकिल हो सकता है। इस ट्रेन में total 11 केबिन हैं जो तीन भाग में डिवाइड होते हैं- क्लब क्लास, प्राइम क्लास आौर स्मार्ट क्लास। सारे क्लास में लाइव टेलिविजन, फ्री वाई-फाई की भी सुविधा दी जाती है।

4.सीमेंस वेलारो ई/एवीएस 103 (Velaro E)


स्पेन में एवीई एस 103 AVE S 103 के रूप में नामित वेलारो ई, दुनिया में सबसे तेज सीरिज प्रोडक्शन का हाई-स्पीड ट्रेन है। इसने स्पेन में अपनी परीक्षण यात्राओं के दौरान लगभग 400 किमी प्रति घंटे की गति भी प्राप्त की थी। इसकी ऑपरेशन स्पीड 350 किलोमीटर प्रति घंटा है। इस ट्रेन को स्पेन की सरकारी रेलवे रेनफे द्वारा ऑर्डर किया गया था, और यह बार्सिलोना-मैड्रिड लाइन पर चलती है। विश्व की सबसे तेज चलने वाली हाई-स्पीड ट्रेन्स में से एक इस ट्रेन को जून 2007 में ऑपरेशन में लाया गया।

दोस्तो मैं आपको बता दू स्पेन से बार्सिलोना की दूरी 504.64 किमी है जिसे ये ट्रेन सिर्फ 2:30 घंटे में पूरी कर लेती है। इसमें8 पैसेंजर केबिन हैं जिसमें एक बार में total 404 लोग सफर कर सकते हैं।

5.टैल्गो 350 (Talgo 350)


बतख की चोंच जैसे मुंह वाली टल्गो 350 ट्रेन 2005 से मैड्रिड-बार्सिलोना लाइन पर चलाई जाती है। स्पेन में इस तरह की 46 ट्रेन्स सेवाएं दे रही हैं। इस ट्रेन को शुरुआत में RENFE AVE क्लास 10 के नाम से जाना जाता था। यह ट्रेन अपने ट्रायल रन के दौरान 365kmph की अधिकतम गति प्राप्त की थी जबकि इसकी मैक्सिमम स्पीड 350 किमी प्रति घंटा है। इसे इस वक्त स्टेट रन रेलवे सिस्टम ऑपरेट करती है। इसके साथ इस ट्रेन में 2 ड्राइविंग केबिन और 12 पैसेंजर केबिन हैं। इसके आगे के हिस्से की डिजाइन बतख के चोंच जैसा इसलिए बनाया गया है ताकि यह हवा के दबाव को अच्छे से हैंडल कर सके और इसकी स्पीड में कोई कमी न आ पाएं। इसमें टोटल 4 तरह की सीटिंग फैसिलिटी है- क्लब क्लास, फस्र्ट क्लास, बिस्ट्रो क्लास और कोच क्लास। इस ट्रेन की हर सीट पर एक स्क्रीन लगी होती है जिसमें पैसेंजर्स के लिए ऑडियो-वीडियो की सुविधा होती है। इसमें भी ट्रेवेल की रियल टाईम इंफार्मेशन केबिन के दरवाजों और सीट के सामने लगी स्क्रीन पर दी जाती है।

6.E5 सीरीज शिंकानसेन हायाबुसा (Shinkansen Hayabusa)


वर्तमान में जापान की सबसे तेज ट्रेन्स में से एक है ई5 सीरीज की शिंकसेन हायाबूसा ट्रेन। जापान में शिंकसेन का मतलब बुलेट ट्रेन होता है। इसके ट्रायल में इसकी अधिकतम गति 400 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। हालांकि इसे तोहोको शिंकसेन लाइन पर 300 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पर चलाया जाता है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है, इसे कावासाकी हैवी इंडस्ट्री और हिताची ने जापानी रेलवे के लिए बनाया था।

इस ट्रेन का आगे का हिस्सा पूरी तरह से हवाई जहाज के आगे वाले हिस्से की तरह डिजाइन किया जाता है जो 15 मीटर लम्बा है। यात्रियों को झटकों से बचाने के लिए बोगियों को सपाट बनाया गया है। साथ ही एयर स्प्रिंग का इस्तेमाल किया गया है, जो हवा के दबाव से पहियों में पैदा हुए झटकों से बचाता है। इसमें ऑटोमेटिक ट्रेन कंट्रोल सिस्टम है जिसका मतलब है कि ड्राइवर अगर कोई गलती कर रहा हो तो कंट्रोल रुम में बैठे अधिकारी ट्रेन की कमान अपने हाथों में ले सकते हैं।

इस ट्रेन का निर्माण कावासाकी हेवी इंडस्ट्री (KHI) और हिताची द्वारा किया गया था, जबकि ईस्ट जापान रेलवे कंपनी (JR ईस्ट) इसके ऑपरेटर है। कुछ खबरों की माने तो यही ट्रेन भारत आने वाली है।

7.टीएचएसआर 700 टी(THSR 700T)


ताइवान की टीएचएसआर 700 टी 360 किलोमीटर प्रतिघंटा तेज स्पीड से चलाई जा सकती है। लेकिन फिलहाल इसे 300 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड पर ही दौड़ाया जाता है। यह ट्रेन फ्रेंसिरासो ईटीआर 500 का अपग्रेड वर्जन है। इस ट्रेन को 2008 में रोम से मिलान के बीच चलाया गया। अब रोम से मिलान के बीच 28 फ्रेंसिरासो ट्रेन चल रही है। इन ट्रेन्स को क्लाइमेट कंट्रोल, साउंड इन्सुलेशन और एरगोनोमिक सीट के साथ लग्जीरियस बनाया गया है।

इन ट्रेन्स का संचालन ट्रेनितिलिया द्वारा किया जाता है जबकि उत्पादन तेरेनो वेलोस इटालियोनो की ओर से किया जाता है। रोम से मिलान के बीच की दूरी 476 किमी है और इस दूरी को ये ट्रेन 2 घंटे 40 मिनट में तय कर लेती है। इस ट्रेन में 4 तरह के केबिन हैं- स्टैंडर्ड क्लास, प्लेटिनम क्लास, बिजनेस क्लास और एग्जिक्यूटिव क्लास। इसके केबिन में भी फ्री वाई फाई की सुविधा है और यह पूरी तरह से साउंड प्रूफ होती है।

तो दोस्तो ये थे दुनिया के कुछ सबसे तेज चलने वाली ट्रेन, तो अगर आपको यह मौका दिया जाए कि भारत में कौन सी बुलेट ट्रेन आनी चाहिए तो आप कौन सा ट्रेन लाना चाहेंगे कृपया हमारे कमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके जरूर बताएं और साथ ही अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आया हो तो इस पोस्ट को लाइक करे और अपने दोस्तों के साथ share भी करे।

Post a Comment

0 Comments